आपने FD या फिक्स्ड डिपाजिट अकाउंट का नाम तोह सुना ही होगा लेकिन क्या आप जानते है की फिक्स्ड डिपाजिट अकाउंट होता क्या है और इसके क्या फायदे है. इस पोस्ट में हम यही जानेंगे की fixed deposit account ( FD ) रेगुलर savings account और current account से कैसे अलग है और इसमें जमा रकम पर हमे कितना interest या ब्याज मिलता है.
अलग - अलग बैंको में फिक्स्ड डिपाजिट पर मिलने वाले इंटरेस्ट की दर अलग होती है. सरकारी बैंकों की तुलना में प्राइवेट बैंक और स्माल फाइनेंस बैंक ज्यादा ब्याज ऑफर कर रहे है. सीनियर सिटीजन्स को भी कुछ अतिरिक्त ब्याज दर मिलती है. आप कितने पैसे की एफडी करा रहे है इस बात पर ब्याज दर निर्भर करती है. FD पर ब्याज दर या अन्य कोई ज्यादा जानकारी के लिए आप अपनी बैंक ब्रांच में संपर्क कर सकते है या ऑनलाइन सर्च कर भी जानकारी जुटा सकते है.
ये थी जानकारी फिक्स्ड डिपाजिट क्या होता है और एफडी कराने के आपको क्या फायदे है उम्मीद है ये जानकारी आपके जरुर कुछ काम आई होगी.
Fixed deposit account क्या है ?
Fixed deposit account क्या होता है अगर इसे हम सरल शब्दों में समझे तो हम ये कहेंगे की जब हम एक निश्चित रकम को एक साथ एक निश्चित समय के लिए बैंक में जमा करते है तोह उसे फिक्स्ड डिपाजिट या टर्म डिपाजिट कहते है. और इस तरह के अकाउंट को फिक्स्ड डिपाजिट अकाउंट कहते है. एफडी में जमा रकम पर हमे सेविंग बैंक अकाउंट में जमा रकम के मुकाबले ज्यादा ब्याज मिलता है. जहाँ सेविंग बैंक ब्याज दर 2 से 4 फीसदी तक है वही फिक्स्ड डिपाजिट में ब्याज दर 5 से 7 फीसदी तक है. एफडी आप कुछ महीनो से लेकर दस साल की अवधि तक करवा सकते है इसमें एफडी पीरियड पूरा होने पर आपको पूरी रकम ब्याज सहित दी जाती है.Fixed deposit (FD) कराने के फायदे
- फिक्स्ड डिपाजिट अकाउंट में आपको सेविंग्स और आवर्ती जमा (recurring deposit) खाते से ज्यादा ब्याज दिया जाता है.
- फिक्स्ड डिपाजिट एक रिस्क फ्री इन्वेस्टमेंट है इसमें आपकी रकम पूरी तरह सुरक्षित रहती है.
- फिक्स्ड डिपाजिट को पैसो की जरुँरत पड़ने पर बीच में भी (अवधि पूर्ण होने से पहले) ब्रेक किया जा सकता है.
- सीनियर सिटीजन्स को एफडी अकाउंट पर थोडा ज्यादा मिलता है.
- एफडी पूरी होने पर आप उसे आसानी से renew कर और अधिक लाभ कमा सकते है.
फिक्स्ड डिपाजिट कहाँ करा सकते है
सभी प्राइवेट सेक्टर, पब्लिक सेक्टर बैंक और small finance bank लोगो को फिक्स्ड डिपाजिट अकाउंट खोलने की सुविधा देते है. यदि आपका बैंक में बचत या चालू खाता है तोह आप उसी बैंक में आसानी से फिक्स्ड डिपाजिट करा सकते है भी कर सकते है आप बिना बचत खाते के भी किसी भी बैंक में फिक्स्ड डिपाजिट करा सकते है लेकिन उसके लिए आपको KYC की प्रक्रिया पूरी करनी होगी.एफडी अकाउंट खुलवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- पासपोर्ट साइज़ नवीनतम फोटोग्राफ
- पहचान का प्रमाण - आधार कार्ड , पैन कार्ड , वोटर कार्ड , ड्राइविंग लाइसेंस , पासपोर्ट अन्य
- पते का प्रमाण - बिजली या पानी का बिल , बैंक पासबुक अन्य
फिक्स्ड डिपाजिट फॉर्म कैसे मिलेगा
फिक्स्ड डिपाजिट अकाउंट खोलने का फॉर्म आपको बैंक ब्रांच में आसानी से मिल जायेगा आप चाहे तोह उस बैंक की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म (यदि उबलब्ध हो तो) डाउनलोड भी कर सकते है. फॉर्म को भरकर सभी दस्तावेजो के साथ जमा कर आपका एफडी अकाउंट ओपन हो जायेगा. आप जितने अमाउंट की एफडी करना चाहते है वो रकम आपको एकमुश्त जमा करनी होगी.एफडी कितने प्रकार की होती है
- सामान्य फिक्स्ड डिपाजिट
- टैक्स सेविंग्स फिक्स्ड डिपाजिट
- सीनियर सिटीजन फिक्स्ड डिपाजिट
- फ्लेक्सी फिक्स्ड डिपाजिट
अलग - अलग बैंको में फिक्स्ड डिपाजिट पर मिलने वाले इंटरेस्ट की दर अलग होती है. सरकारी बैंकों की तुलना में प्राइवेट बैंक और स्माल फाइनेंस बैंक ज्यादा ब्याज ऑफर कर रहे है. सीनियर सिटीजन्स को भी कुछ अतिरिक्त ब्याज दर मिलती है. आप कितने पैसे की एफडी करा रहे है इस बात पर ब्याज दर निर्भर करती है. FD पर ब्याज दर या अन्य कोई ज्यादा जानकारी के लिए आप अपनी बैंक ब्रांच में संपर्क कर सकते है या ऑनलाइन सर्च कर भी जानकारी जुटा सकते है.
ये थी जानकारी फिक्स्ड डिपाजिट क्या होता है और एफडी कराने के आपको क्या फायदे है उम्मीद है ये जानकारी आपके जरुर कुछ काम आई होगी.
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